कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को जीडीपी और बेरोज़गारी के चिंताजनक आंकड़ों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा और ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की “कमी” का मुद्दा उठाया.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “प्रधानमंत्री के लिए शर्म की बात है कि देश में न्यूनतम जीडीपी है और अधिकतम बेरोज़गारी.” इसके साथ ही राहुल गांधी ने एक ग्राफ शेयर किया, जिसमें 2014 के बाद से युवाओं के बीच बढ़ी बेरोज़गारी को दिखाया गया है.
Black fungus महामारी के बारे में केंद्र सरकार स्पष्ट करे-
1. Amphotericin B दवाई की कमी के लिए क्या किया जा रहा है?
2. मरीज़ को ये दवा दिलाने की क्या प्रक्रिया है?
3. इलाज देने की बजाय मोदी सरकार जनता को औपचारिकताओं में क्यों फँसा रही है?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 1, 2021
इससे पहले राहुल गांधी ने म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “एम्फोटेरेसिन बी दवाई की कमी के लिए क्या किया जा रहा है? मरीज़ को ये दवा दिलाने की क्या प्रक्रिया है?” इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि इलाज देने के बजाए मोदी सरकार जनता को औपचारिकताओं में क्यों फंसा रही है?
कुछ दिनों पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी देश में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों और ज़रूरी दवा की कथित कमी पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ख़त लिखकर अपील की थी कि इस बीमारी के मरीज़ों को राहत देने के लिए तत्काल ज़रूरी कदम उठाए जाएं.
इससे पहले रविवार को राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर तंज किया था और लिखा था, ‘कोरोना से लड़ने के लिए चाहिए- सही नीयत, नीति, निश्चय. महीने में एक बार निरर्थक बात नहीं.’
हालांकि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ये दावा करती रही है कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं और ब्लैंक फंगस के लिए पर्याप्त दवाई पहुंचाने का काम किया जा रहा है.