दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को 45 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों के लिए ‘जहां वोट, वहां वैक्सीनेशन’ अभियान की शुरुआत की.
इस अभियान के तहत दिल्ली के मतदान केंद्रों को टीकाकरण केंद्रों में बदला जाएगा और बूथ लेवर अफ़सर घर-घर जाकर 45 साल से ज़्यादा उम्र वाले लोगों के स्लॉट बुक करेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक़, दिल्ली के 45 प्लस समूह में 57 लाख लोग हैं और उनमें से 27 लाख को कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज़ मिल चुकी है, जबकि 30 लाख लोगों को अभी वैक्सीन देना बाक़ी है.
दिल्ली में योजनाबद्ध तरीके से बूथ स्तर पर वैक्सीन लगाने की तैयारी। आज से “जहाँ वोट, वहाँ वैक्सिनेशन” अभियान शुरू हो रहा है। जहाँ वोट डाली थी, वहीं जाकर वैक्सीन लगवाएं | Press Conference LIVE https://t.co/9ynDc4gTNO
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 7, 2021
उन्होंने कहा, “हमने नोटिस किया है कि 45 से ज़्यादा उम्र वाले लोग दिल्ली सरकार के वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं आ रहे हैं और वैक्सीन का उपयोग नहीं किया जा रहा है.”
उनके मुताबिक़, “बूथ लेवल अफ़सर अगले दो दिनों में हर घर पर जाएंगे और उनको टीकाकरण का स्लॉट देंगे. वो उन्हें इस बात के लिए सहमत करेंगे कि उन्हें वैक्सीन क्यों लेनी चाहिए. 70 वार्ड में यह अभियान आज से शुरू हो रहा है.”
जो मतदाता जिस मतदान केंद्र पर वोट डालतें हैं वहां पर उन्हें कोरोना वायरस वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस अभियान की घोषणा करते हुए कहा कि इसके तहत डोर-टू-डोर वैक्सीनेशन जल्द पूरा होगा और अगर वैक्सीन की कमी नहीं हुई तो 4 हफ़्तों में 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लगा दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मतदान केंद्र लोगों के घरों के पास हैं इसलिए उन्हें वैक्सीन के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही सरकार ने लोगों को टीकाकरण केंद्रों तक ले जाने के लिए ई-रिक्शा का बंदोबस्त भी किया है.
बूथ लेवल अफ़सर 45 से ज़्यादा उम्र वालों को नज़दीक के मतदान केंद्र पर स्लॉट दिलवाएंगे. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, “चार हफ़्तों में सभी 280 वार्ड को कवर करने के बाद सरकार कह सकेगी कि सभी पात्र लोग (45 से ज़्यादा उम्र वालों) को वैक्सीन मिल गई है.”
उन्होंने कहा कि तीन महीने बाद वैक्सीन की दूसरी डोज़ के लिए दोबारा ऐसा ही अभियान चलाया जाएगा. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, “जब हमने 18-44 साल वालों के लिए टीके मिल जाएंगे तो हम उनके लिए भी ये कार्यक्रम चलाएंगे.”