महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाक़ात की और इस दौरान मराठा आरक्षण, मेट्रो कार शेड और जीएसटी मुआवज़े से संबंधित मामलों पर चर्चा की. इस मौक़े पर उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण भी उनके साथ थे.
इसके बाद उद्धव ठाकरे और पीएम मोदी ने दस मिनट अलग से भी बात की. अलग से हुई इस मुलाक़ात को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं. जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने सफाई दी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, उद्धव ठाकरे ने पीएम से अलग से मिलने पर कहा, “हम भले ही राजनीतिक तौर पर साथ न हों लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि हमारे रिश्ते ख़त्म हो गए हों. मैं कोई नवाज़ शरीफ़ से मिलने नहीं गया था. इसलिए अगर मैं पीएम से अलग से व्यक्तिगत रूप से मिलता हूं तो इसमें कुछ भी ग़लत नहीं है.”
We may not be politically together but that doesn't mean our relationship has broken. 'Main koi Nawaz Sharif se nahi milne gaya tha' (I didn't go to meet Nawaz Sharif). So if I meet him (PM) separately in person, there is nothing wrong with it: Maharashtra CM Thackeray in Delhi pic.twitter.com/zQQir5t5ZD
— ANI (@ANI) June 8, 2021
वहीं एनसीपी ने कहा है मुख्यमंत्री उद्धव और पीएम की मुलाक़ात से डरने की कोई बात नहीं है और महाविकास अगाड़ी को कोई ख़तरा नहीं है.
वहीं समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, शिव सेना और एनसीपी ने मंगलवार को बाद में कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार पूरे पांच साल पूरे करेगी. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि दिल्ली में उद्धव ठाकरे और पीएम मोदी की अलग से हुई मुलाक़ात से “डरने” की कोई बात नहीं है.
पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि ‘अघाड़ी सरकार जिसमें सेना, एनसीपी और कांग्रेस शामिल है, वो अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी.’
जब उनसे ठाकरे के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल और पीएम की मुलाक़ात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण की राज्य से जुड़े कई मसलों पर बात सुनी. आने वाले दिनों में कुछ निश्चित फैसला होगा.”
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बीच अच्छे रिश्ते होना महाराष्ट्र के लिए बेहतर है.
उन्होंने कहा, “हालांकि हमारे राजनीतिक स्टैंड अलग हैं, लेकिन हम दूसरी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ मैत्रीपूर्ण रिश्ते बनाकर रखते हैं. एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी ऐसे रिश्ते बनाकर रखते हैं. कई बार विवाद हो जाते हैं. इसमें कोई नई बात नहीं है.”
पाटिल ने कहा कि वो बीजेपी के कई नेताओं और उनकी पार्टियों की नीतियों की आलोचना करते हैं, “लेकिन व्यक्तिगत तौर पर उनके एक दूसरे से अच्छे रिश्ते हैं.”