भारत में नरेंद्र मोदी सरकार ने कोविड-19 के ख़िलाफ़ टीकाकरण का महाभियान चलाया हुआ है और आए दिन टीकाकरण से जुड़ी उपलब्धियां गिनवा रही है. लेकिन विपक्ष लगातार वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठा रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर तंज करते हुए ट्वीट किया कि ‘जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आई.’
राहुल गांधी की टिप्पणी पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन समेत बीजेपी के कुछ नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने राहुल गांधी को क़रारा जवाब दिया. उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, ‘राहुल गांधी जी आपकी समस्या क्या है? क्या आप पढ़ते नहीं हैं? समझते नहीं हैं?’
Just yesterday, I put out facts on vaccine availability for the month of July.
What is @RahulGandhi Ji’s problem ?Does he not read ?
Does he not understand ?There is no vaccine for the virus of arrogance and ignorance !!@INCIndia must think of a leadership overhaul ! https://t.co/jFX60jM15w
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) July 2, 2021
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कड़े लहज़े में लिखा, “कल ही मैंने जुलाई महीने के लिए वैक्सीन उपलब्धता पर तथ्य रखे हैं. राहुल गांधी की समस्या क्या है? क्या वह पढ़ते नहीं हैं? क्या वह समझते नहीं हैं? अहंकार और अज्ञानता के वायरस के लिए कोई वैक्सीन नहीं है.”
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस को नेतृत्व में बदलाव के बारे में सोचना चाहिए.
Very sad to see such irresponsible statements to discredit the #LargestVaccineDrive
After Govt of India provided 75% of vaccines available for free, vaccination speed picked up & 11.50 cr doses were given in June.
Pls don't play politics in the midst of a deadly pandemic. pic.twitter.com/gMKB3DfMbG— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) July 2, 2021
वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी राहुल गांधी को जवाब देते हुए लिखा, “व्यापक वैक्सीन अभियान को बदनाम करने के लिए इस तरह के ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयानों को देखकर बहुत दुख हुआ. भारत सरकार की ओर से 75 प्रतिशत वैक्सीन मुफ़्त में मुहैया कराने के बाद, टीकाकरण की गति तेज़ हुई और जून में 11.50 करोड़ डोज़ दी गईं.” उन्होंने कहा, “कृपया इस घातक महामारी के बीच राजनीति न करें.”