अनरिपोर्टेड इंडिया, दरअसल यह नाम ही अपने बारे में एक मुक्कमल बयानी है. ख़बरों के तेज़ रफ़्तार संसार में हम बहुत कुछ अनदेखा करते जा रहे हैं या ऐसा करने को मजबूर हो रहे हैं. देश के गांव, छोटे शहर और बड़े शहरों के छोटे इलाकों की कई अहम खबरें इस रफ्तार में छूट जाती हैं. न तो इनकी ख़बरें आ पाती हैं और न ही कोई आवाज़ सुनाई देती है. अनरिपोर्टेड इंडिया में हम थोड़ा ठहर कर देश के उन्हीं हिस्सों की कहानियां समेटने की कोशिश करना चाहते हैं. लेकिन इसके साथ ही हम उन बड़ी ख़बरों से भी नज़र नहीं हटाएंगे जो आपके और हमारे लिए मायने रखती हैं. यानी अनरिपोर्टेड इंडिया में हम अपने मुख्य उद्देश्य पर बने रहने के साथ ही देश-दुनिया की बड़ी ख़बरें भी आप तक पहुंचाएंगे.
अनरिपोर्टेड इंडिया एक कोशिश है उस पत्रकारिता को करने की जिसे हम ‘जर्नलिज़्म फॉर द पीपल’ कहते हैं यानी ‘लोगों की पत्रकारिता’. हम जनहित और लोकतांत्रिक मूल्यों के मुताबिक पत्रकारिता करना चाहते हैं.
अनरिपोर्टेड इंडिया में हम अनरिपोर्टेड को रिपोर्टेड में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारी सीधी और पहली प्राथमिकता ज़मीनी हक़ीक़त सामने लाने की है यानी ग्राउंड रिपोर्टिंग, क्योंकि रिपोर्टिंग ही असलियत है.
यह हमारा विश्वास है कि आप अनरिपोर्टेड इंडिया की तथ्यपरक, निष्पक्ष, स्वतंत्र और संतुलित पत्रकारिता पर भरोसा करेंगे. हमें इस पर भी पूरा विश्वास है कि आप इस सफ़र में हमारे साथ होंगे और हमारी पत्रकारिता को पूरा सहयोग करेंगे. अनरिपोर्टेड इंडिया को हम ‘फॉर पीपल, विद पीपल’ यानी ‘लोगों के लिए, लोगों के साथ’ के नारे के साथ सामने ला रहे हैं
शुक्रिया
अनरिपोर्टेड इंडिया
UnReported India