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नौदीप कौर की ज़मानत के बाद शिव कुमार की रिहाई की मांग तेज

शिव कुमार की रिहाई की मांग पर पत्राकारों से बात करते शिव कुमार के पिता और नौदीप कौर

शिव कुमार पर वही आरोप लगे हैं जो नौदीप पर लगे थे. परिवार को शिव कुमार की जल्द रिहाई की उम्मीद है. वहीं शिव कुमार की मेडिकल रिपोर्ट में उनके शरीर पर कई चोट और फ्रैक्चर का भी जिक्र है.

मज़दूर अधिकार कार्यकर्ता नौदीप कौर को ज़मानत मिलने के बाद अब उनके संगठन के अध्यक्ष शिव कुमार की रिहाई की मांग तेज हो रही है. दिल्ली के प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉनफ्रेंस में शिव कुमार पर पुलिस ज्यादती का आरोप लगाते हुए उन्हें रिहा करने की मांग की गई.

शिव कुमार के पिता राजवीर ने अनरिपोर्टेड इंडिया से बातचीत में कहा कि जेल में शिव कुमार से उनकी ठीक से मुलाक़ात नहीं हो पाई है. वे जब भी मिले उन्होने शिव कुमार का चेहरा ही देखा.

शिव कुमार के पिता ने कहा कि शिव कुमार कुंडली एक कंपनी में काम करते थे. शिव कुमार की गिरफ़्तारी के कई दिनों बाद उन्हें गिरफ़्तारी की जानकारी मिली.

शिव कुमार का परिवार हरियाणा के सोनीपत में रहता है. उनके पिता भी मज़दूरी करते हैं. नौदीप की ज़मानत के बाद अब परिवार को उम्मीद है कि शिव कुमार भी जल्द जेल से बाहर आएंगे.

जिन आरोपों के तहत नौदीप की गिरफ़्तारी हुई थी शिव कुमार पर भी वही आरोप हैं. हालांकि नौदीप कौर ने अनरिपोर्टेड इंडिया से बातचीत में कहा कि 12 फरवरी को जिस प्रदर्शन से उनकी गिरफ़्तारी हुई वहां शिव कुमार मौजूद नहीं थे. शिव कुमार को बाद में गिरफ़्तार किया गया. लेकिन पुलिस का कहना है कि शिव कुमार उस प्रदर्शन में शामिल थे.

हरियाणा के कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया में नौदीप और शिव कुमार काम करते थे. जहां वे दोनों मज़दूर अधिकार संगठन के माध्यम से मज़दूरों की आवाज़ उठाते थे. शिव कुमार मज़दूर अधिकार संगठन के अध्यक्ष हैं.

शिव कुमार की मेडिकल रिपोर्ट क्या कहती है

24 फरवरी को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में शिव कुमार की मेडिकल रिपोर्ट पेश की गई थी. ये रिपोर्ट पंजाब गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ने पेश की थी. रिपोर्ट में शिव कुमार के शरीर में कई जगह चोट के निशान और 2 फ्रैक्चर की ज़िक्र है.
ये रिपोर्ट पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश के बाद पेश की गई थी. रिपोर्ट में शिव कुमार के पैर में सूजन, टूटे हुए नाखून, फ्रैक्चर और पोस्ट ट्रॉमैटिक डिसऑर्डर (किसी बुरी घटना के बाद लगने वाला सदमा) के बारे में बताया गया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वह सामान्य और गंभीर चोटों से पीड़ित हैं.

मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक शिव कुमार के शरीर पर मिले चोट के निशान 2 सप्ताह से पुराने हैं, इस बात की भी संदेह जताया गया है कि यह निशान किसी हथियार की वजह से हो सकते हैं.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि शिव कुमार को तीन दिनों तक सोने नहीं दिया गया.

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