समाजसेवी अन्ना हजारे ने कृषि कानूनों के खिलाफ 30 जनवरी को प्रस्तावित अनशन अब नहीं करने का फैसला किया है. केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाक़ात के बाद उन्होंने ये ऐलान किया.
Anna Hazare has decided not to protest from tomorrow over various demands related to farmers:Anna Hazare's Office
MoS Agriculture Kailash Choudhary along with LoP Devendra Fadnavis met Hazare at his hometown Ralegansiddhi today to convince him to not start protest.#Maharashtra pic.twitter.com/jnKemiBbIw
— ANI (@ANI) January 29, 2021
इससे पहले, अन्ना हजारे ने कहा था कि वह केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ शनिवार यानि 30 जनवरी को महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगांव सिद्धि में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे. उन्होंने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा था, ‘मैं कृषि क्षेत्र में सुधारों की मांग करता रहा हूं, लेकिन केंद्र सही फैसले लेते नहीं दिख रहा है.’
इसके अलावा अन्ना हज़ारे ने किसानों के हित में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को समर्थन किया है.आपको बता दें कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली की सीमाओं पर किसान दो महीने से आंदोलन कर रहे हैं.किसान सरकार से लगातार तीनों कृषि क़ानूनों को वापस करने की मांग कर रहे हैं. सरकार और किसानों के बीच दस दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही है.