चिराग पासवान अध्यक्ष पद से हटाए गए, पार्टी में फूट पर दी पहली प्रतिक्रिया - Unreported India
Connect with us

Hi, what are you looking for?

News

चिराग पासवान अध्यक्ष पद से हटाए गए, पार्टी में फूट पर दी पहली प्रतिक्रिया

@iChiragPaswan

बिहार की लोक जनशक्ति पार्टी यानी एलजेपी में अंदरूनी कलह तेज़ होती जा रही है. पार्टी के दिवंगत संस्थापक रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस के गुट ने मंगलवार को भतीजे चिराग पासवान को पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया. वहीं, चिराग पासवान गुट ने भी बराबर जवाब दिया और पार्टी के पांच बाग़ी सांसदों को निष्कासित कर दिया.

चिराग धड़े ने एक प्रस्ताव भी जारी किया है. जिसमें कहा है, “पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति ने एक मत से फ़ैसला किया है कि सांसद पशुपति कुमार पारस, सांसद बीना देवी, सांसद चौधरी महबूब अली, सांसद चंदन सिंह और सांसद प्रिंस राज को तत्काल प्रभाव से लोक जनशक्ति पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया गया है.”

प्रस्ताव में साथ ही कहा गया है, “आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से सभी फ़ैसले लेने के लिए एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को अधिकृत किया गया है.”

इससे पहले सोमवार को पशुपति कुमार पारस की अगुआई वाले गुट ने चिराग़ पासवान को हटाकर पारस को पार्टी के संसदीय दल का नेता चुन लिया था, जिस पर लोकसभा से भी अधिसूचना जारी हो गई.

चिराग ने भावुक ट्वीट किया. चिराग़ पासवान ने मंगलवार को पार्टी में फूट को लेकर पहली बार चुप्पी तोड़ी और एक भावुक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने निराशा जताई है कि वो अपने पिता की बनाई पार्टी और परिवार को साथ रखने में सफल नहीं हो पाए.

ट्वीट में उन्होंने लिखा, “पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा. पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए. लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है. पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं. एक पुराना पत्र साझा करता हूं.”

उन्होंने साथ ही एक पुरानी चिट्ठी भी साझा की. पत्र में लिखी तारीख़ के मुताबिक ये पत्र उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस को 29 मार्च, 2021 को लिखा था. पत्र में चिराग़ पासवान ने अपने चाचा के साथ संबंधों में आई खटास का ज़िक्र किया है. उनसे चल रही अनबन से जुड़ी कुछ घटनाएं भी लिखी हैं.
मामला तब गरमाया जब सोमवार को लोक जनशक्ति पार्टी के छह में पांच सांसदों ने चिराग़ पासवान के ख़िलाफ़ बगावत कर दी थी और चिराग़ पासवान की जगह उनके चाचा पशुपति कुमार पारस को लोकसभा में पार्टी का नेता घोषित कर दिया था.

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You May Also Like

News

चिराग पासवान ने कहा है कि नीतीश कुमार की जेडीयू उनकी पार्टी एलजेपी को तोड़ने की साज़िश तब से कर रही है, जब उनके...