दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन में दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनस्थलों पर बैरिगेडिंग को बढ़ा दिया है. गणतंत्र दिवस पर निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद ग़ाज़ीपुर, सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है. किसानों को रोकने के लिए प्रशासन ने यहां बड़ी-बड़ी कीलें, कंटीले तारों वाली फेंसिंग और कॉन्क्रीट की बैरिकेडिंग तैयार की है, जिन पर सवाल उठ रहे हैं.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सवाल गणतंत्र दिवस पर क्यों नहीं पूछा गया?’ बैरिकेडिंग मज़बूत की गई है ताकि उसे फिर से तोड़ा न जा सके.
मंगलवार को समाचार एजेंसी एएनआई से दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि, ‘मुझे आश्चर्य हुआ जब 26 जनवरी को ट्रैक्टरों का इस्तेमाल हुआ, पुलिसवालों पर हमला हुआ और बैरिकेड्स तोड़े गए, उस वक़्त कोई सवाल नहीं उठाए गए. अब हम क्या करते? हमने सिर्फ़ बैरिकेडिंग मज़बूत की है ताकि उसे फिर से तोड़ा न जा सके.’
I'm surprised that when tractors were used, Police was attacked, barricades were broken on 26th no questions were raised. What did we do now? We've just strengthened barricading so that it's not broken again: Delhi Police Commissioner when asked about barricading at Delhi borders pic.twitter.com/FQkI1qZ75q
— ANI (@ANI) February 2, 2021
वहीं, दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव से जब मेटल की लाठियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं आपको ये नहीं बता सकता कि वो क्या है. स्टील की लाठियां पुलिस के हथियारों का हिस्सा नहीं हैं.’
I can't tell you what is that. Steel batons are not a part of Police weaponry: Delhi Police Commissioner SN Srivastava when asked if the metal batons (reportedly seen being carried by some Police personnel) have been taken back https://t.co/bEwIUdwveG
— ANI (@ANI) February 2, 2021