पश्चिम बंगाल में चक्रवात यास (Cyclone Yaas) के हालात का जायजा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की समीक्षा बैठक को लेकर शुरु हुआ विवाद फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे, उनकी बैठक में कथित रूप से देर में शामिल होने को लेकर जारी विवाद पर मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपना पक्ष रखा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि इस तरह से मेरा अपमान न करें. उन्होंने कहा, “हमें प्रचंड जीत मिली है इसलिए आप ऐसा व्यवहार कर रहे हैं?
ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले समीक्षा बैठक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच होनी थी. लेकिन बाद में बैठक में आमंत्रितों की संशोधित सूची में राज्यपाल, केंद्रीय मंत्रियों और विपक्ष के नेताओं का नाम भी शामिल किया गया.
ममता ने सवाल पूछा कि ऐसी बैठक में विपक्ष के नेताओं के शामिल होने का क्या मतलब? अगर नेता विपक्ष को ऐसी बैठक में बुलाया ही जाना था तो गुजरात और ओडिशा में क्यों नहीं बुलाया गया था. यह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच बैठक थी ही नहीं. इसलिए मैंने बैठक में हिस्सा नहीं लिया.
पत्रकारों से बात करते हुए ममता ने कहा कि केंद्र सरकार को मेरी जीत हजम नहीं हो रही जबकि में बंगाल की जनता के लिए प्रधानमंत्री के पैर छूने को भी तैयार हूं. ममता के मुताबिक प्रधानमंत्री जब भी बंगाल आते हैं राज्य में विवाद और गलत फहमी की स्थिति पैदा हो जाती है.
I felt bad. They humiliated me by running the one-sided information circulated by PMO. When I was working, they were doing this. For the sake of people, I am ready to touch your feet. Stop this political vendetta. West Bengal CM, Mamata Banerjee pic.twitter.com/WcmKIv56nd
— ANI (@ANI) May 29, 2021
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले के कलाईकुंडा एयर बेस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ 15 मिनट की बैठक की. खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीएम ममता का लगभग 30 मिनट का इंतजार करना पड़ा. ममता बनर्जी पीएम से मिलीं और दस्तावेज सौंपने के बाद वहां से चली गईं. इसके बाद से ही बीजेपी नेता ममता बनर्जी पर पीएम पद का आपमान करने का आरोप लगा रहे हैं.