दिल्ली की सीमाओं पर कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आंदोलन में किसानों नेताओं ने अनशन का ऐलान किया है. शुक्रवार को किसान नेता अमरजीत सिंह ने कहा, ’30 जनवरी को हम लोग सद्भावना दिवस मनाएंगे. जिसमें सभी मोर्चों पर सभी किसान नेता शनिवार को सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक अनशन करेंगे. ‘
We have decided to celebrate Sadbhavana Diwas on 30th January. Our leaders will observe fast from 9 am to 5 pm: Amarjeet Singh Rada, farmer leader pic.twitter.com/qvKhzWYuLF
— ANI (@ANI) January 29, 2021
किसान नेताओं ने सभी किसानों से अपील भी की है कि वे 30 जनवरी को होने वाली भूख हड़ताल में शामिल हों. किसान नेताओं ने बीजेपी और आरएसएस पर आंदोलन को प्रभावित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा बीजेपी-आरएसएस किसान आंदोलन को प्रभावित करने की ‘नाकाम कोशिश’ कर रहे हैं. किसान नेताओं ने कहा, ‘हम संयुक्त मोर्चा और किसानों-मजदूरों की तरफ से इसकी निंदा करते हैं. इन लोगों को छोटी बातों से बाज आना चाहिए. ये देश का आंदोलन है. यहां पर जाति-धर्म या रंग का सवाल नहीं. धर्म के नाम पर बहुत रोटियां सेक लीं, अब उन्हें सोचना चाहिए. इस देश में हर वर्ग खाना खाता है, उसे भूख लगती है.’
समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने भी कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ 30 को अनशन का ऐलान किया था लेकिन केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाक़ात के बाद उन्होंने कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ अनशन न करने का फ़ैसला किया.