मध्यप्रदेश के बैतूल में किसानों के साथ कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यहाँ किसानों ने इंदौर की एक एग्रो कंपनी से अनुबंध किया और 20 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से राशि जमा कराई. लेकिन किसानों का आरोप है कि कंपनी ने जो पौधे उन्हें दिए उनमें से कई खराब निकले, जबकि कई किसानों को तो पौधे ही नहीं दिए गए.
किसानों ने जिला प्रशासन पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया. किसानों का कहना है कि इस बात की उन्होंने कई बार जिला प्रशासन से की थी, लेकिन कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
हालाँकि अब डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर के.पी. भगत ने जाँच का भरोसा दिलाया है. वहीं, प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने इस बात की जानकारी होने से इंकार किया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ कमल पटेल ने कहा कि ‘हमारी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं आया. अगर ऐसा है तो कार्रवाई की जाएगी. कंपनी की संपत्ति कुर्क करके किसानों को भुगतान किया जाएगा.’
हमारी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं आया। अगर ऐसा है तो कार्रवाई की जाएगी। कंपनी की संपत्ति कुर्क करके किसानों को भुगतान किया जाएगा: कमल पटेल, मध्य प्रदेश कृषि मंत्री, बैतूल में किसानों के साथ कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में धोखाधड़ी पर https://t.co/FfEfEzTs0o pic.twitter.com/bb1WjSZjzB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2021
दिल्ली की सीमाओं पर किसान जिन तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं उनमें से एक कॉन्ट्रैक्ट फ़ार्मिंग भी है. किसानों को डर है कि कंपनियाँ किसानों के साथ धोखा कर सकते हैं.मध्य प्रदेश में किसानों का यह डर सच होता नज़र आ रहा है.