दिल्ली हाईकोर्ट ने भारत में 5जी टेक्नॉलाजी (5G technology) पर क्रियान्वयन के खिलाफ पर बॉलीवुड एक्ट्रेस जूही चावला (juhi Chawla) की याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रखा है. इससे पहले इस मामले में कोर्ट ने सीधा अदालत का दजरवाजा खटखटाया था. एक्ट्रेस जूही चावला (juhi Chawla) मोबाइल टावर से निकलने वाले हानिकारक रेडिएशन के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाने की कोशिश करती रहीं हैं.
Hum…tum aur 5G!
If you do think this concerns you in anyway, feel free to join our first virtual hearing conducted at Delhi High Court, to be held on 2nd June, 10.45 AM onwards
Link in my bio. https://t.co/dciUrpvrq8 — Juhi Chawla (@iam_juhi) June 1, 2021
जूही चावला ने भारत में 5G टेक्नोलॉजी को लागू करने के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. जिसमें उन्होंने 5G टेक्नोलॉजी को लागू किए जाने से पहले इससे जुड़े तमाम तरह के अध्ययनों पर बारीकी से गौर किए जाने की मांग की है.
जूही चावला के साथ दो अन्य याचिकाकर्ता वीरेश मलिक और टीना वाच्छानी ने एक याचिका में अदालत से कहा है कि वो सरकारी एजेंसियों को आदेश दें कि वो जांच कर पता लगाएं कि 5जी स्वास्थ्य के लिए कितना सुरक्षित है. इसके साथ ही उन्होंने इस जांच पर किसी भी निजी कंपनी, व्यक्ति का प्रभाव ना होने की भी मांग की.
जूही का कहना है कि देश में इस तकनीक के आने से पर्यावरण के साथ लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा. इससे इंसान, जानवर और पर्यावरण पर प्रभाव पड़ेगा. अगर 5जी नेटवर्क प्लान लग जाएगे तो इस पृथ्वी पर कोई भी आरएफ रेडिएशन के एक्सपोजर से नहीं बच पाएगा. इन रेडिएशन का प्रभाव आज की तुलना में 100 गुना ज्यादा बढ़ जाएगा.