महाराष्ट्र में कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ मुंबई के आज़ाद मैदान में आंदोलन कर रहे किसानों को पुलिस ने राजभवन जाने से रोक दिया. दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में मुंबई के आज़ाद मैदान में हज़ारों की तादाद में किसान इकट्ठा हुए हैं. आंदोलन कर रहे किसान किसान राज्यपाल से मिलने की ज़िद पर अड़े हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस ने फिलहाल किसान मार्च को मेट्रो सिनेमा के पास रोक दिया है. किसान राज्यपाल से मिल कर कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ ज्ञापन देना चाहते हैं.
Maharashtra: Agitators protesting the new farm laws moving towards the Raj Bhavan (Governor's House) in Mumbai, stopped by the police https://t.co/g3MSa1tgbE pic.twitter.com/6AW3xWAYF8
— ANI (@ANI) January 25, 2021
मुंबई में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने भी हिस्सा लिया. किसानों को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, ठंड के मौसम में, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान पिछले 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. क्या पीएम ने उनके बारे में पूछताछ की है? क्या ये किसान पाकिस्तान के हैं ?
शरद पवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, किसान आज मुंबई में हैं लेकिन राज्यपाल गोवा चले गए. राज्यपाल को कंगना रनौत से मिलने का वक़्त है लेकिन किसानों से मिलने का वक़्त नहीं है.
Braving cold weather, farmers from Punjab, Haryana & Uttar Pradesh are agitating for the last 60 days. Has the PM enquired about them? Do these farmers belong to Pakistan?: NCP chief Sharad Pawar addressing farmers' rally in Mumbai in support of farmers protesting in Delhi pic.twitter.com/cgRp7QruXJ
— ANI (@ANI) January 25, 2021
इससे पहले किसानों ने मुंबई पुलिस से राजभवन तक मार्च की इजाज़त मांगी थी, लेकिन पुलिस ने कहा कि ‘हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक दक्षिणी मुंबई में किसी मार्च की इजाज़त नहीं है और हम किसानों के प्रतिनिधियों को अदालत के आदेश का पालन करने के लिए कह रहे हैं. अगर किसान राजभवन की तरफ जाने के लिए आजाद मैदान से बाहर निकलते हैं तो हम उन्हें रोकने की कोशिश करेंगे और सिर्फ प्रतिनिधिमंडल को ही राजभवन जाने के अनुमति देंगे.’
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ और केंद्र सरकार के विरोध में राज्य के कोने-कोने से किसानों का जत्था मुंबई के आजाद मैदान पहुंचा है. 24 जनवरी यानि रविवार की शाम से हज़ारों की तादाद में किसान यहां पहुंच चुके है. जबकि अभी भी किसानों के आने का सिलसिला जारी है.
आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि हम राज्यपाल से मिल कर उन्हें ज्ञापन देना चाहते हैं. किसानों का कहना है कि ‘अगर ये कृषि क़ानून लागू हो गए और हमारी खेती ही हमसे छिन गई तो हम सड़क पर आ जाएंगे. अभी हम आंदोलन के लिए आए हैं अब हमारा परिवार भी हमारे साथ आंदोलन में आएगा.’