कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ राहुल गांधी ने राजस्थान में कहा कि यह सिर्फ़ किसानों पर नहीं बल्कि हिंदुस्तान की 40 प्रतिशत जनता पर आक्रमण है. मोदी सरकार 40 प्रतिशत जनता के हाथ से कृषि को छीनकर दो उद्योगपतियों का देना चाहती है.
कृषि क़ानून और किसान आंदोलन के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर राहुल गांधी लगातार हमलावर हैं. राजस्थान में कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली में पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि ‘ये किसानों पर आक्रमण नहीं है. ये हिंदुस्तान की 40 प्रतिशत जनता पर आक्रमण है. बात सिर्फ ये है कि किसान सबसे जागरुक है, किसान को बात पहले समझ आ गई. और किसान सबसे आगे खड़ा है, अंधेरे में किसानों ने टॉर्च मार रखी है क्योंकि किसान को भविष्य दिख रहा है.’
ना सच्चे ना अच्छे,
दिन मोदी सरकार के!देश के बेहतर भविष्य के लिए हमारे अन्नदाता शांतिपूर्ण संघर्ष कर रहे हैं।
मैं उनके साथ था, हूँ और रहूँगा। pic.twitter.com/9bxJzGL7um
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 13, 2021
कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली के मौके पर खुद राहुल गांधी ट्रैक्टर चलाते देखे गए. उनके साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी उनके साथ रहे.
मकराना में किसानों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वे यहां से पूरे देश को तीन क़ानूनों को समझाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का सबसे बड़ा व्यवसाय कृषि है. और कृषि दुनिया का सबसे बड़ा व्यवसाय है लेकिन बाकी के व्यवसायों से अलग है. बाकी व्यवसाय कुछ ही लोग नियंत्रित करते हैं लेकिन कृषि का व्यवसाय हिंदुस्तान की 40 प्रतिशत आबादी नियंत्रित करती है जिसमें किसान, मज़दूर, छोटे व्यापारी जैसे करोड़ो लोग जुड़े हैं. कृषि 40 लाख करोड़ रुपये का व्यवसाय है.’
केंद्र सरकार पर एक बार फिर उद्योगपतियों का फ़ायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी जी यह क़ानून इसलिए लाए हैं कि वो इस व्यवसाय को हिंदुस्तान की 40 प्रतिशत आबादी से छीनकर हिंदुस्तान के सबसे बडे दो तीन उद्योगपतियों के हाथ में देना चाहते हैं.’
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि नए कृषि कानूनों से कुछ बड़ी कंपनियों को फायदा होगा, जबकि लाखों छोटे और सीमांत किसान हाशिए पर चले जाएंगे. इन क़ानूनों के जरिए सरकार देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों के सामने किसानों को खड़ा करना चाहती है.
कृषि क़ानूनों को किसानों के वैकल्पिक बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने तीन विकल्प दिए हैं पहला भूख, बेरोजगारी और आत्महत्या. राहुल गांधी ने कहा कि कृषि के बिना हिंदुस्तान रोज़गार पैदा नहीं कर पाएगा. लेकिन नरेंद्र मोदी इसे दो लोगों को देना चाहते हैं. युवाओं का भविष्य छीना जा रहा है, आपकी आंखों के सामने हिंदुस्तान की रीढ़ की हड्डी को तोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन क़ानूनों के लागू होने से मिडिल क्लास के लोगों को भी सब्जी, अनाज और फल के लिए ज़्यादा पैसा देना पड़ेगा.
LIVE: Shri @RahulGandhi addresses Kisan Mahapanchayat at Makrana, Rajasthan. #RahulGandhiWithFarmers https://t.co/J1UmWOFm54
— Congress (@INCIndia) February 13, 2021
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने संसद में बजट पर भाषण में किसानों के मुद्दे पर बात की. भाषण के बाद जब मैंने दो किसानों की शहादत के बाद जब मैं दो मिनट के मौन के लिए खड़ा हुआ तो विपक्ष के सभी सांसद खड़े हो गए लेकिन बीजेपी का कोई सांसद खड़ा नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि मैं स्पीकर को लिखकर दूंगा कि लोकसभा और राज्यसभा को दो मिनट का मौन रखना चाहिए और सभी सांसदों को खड़ा होना चाहिए. अगर यह मेरी ग़लती है तो मैं फिर से यह ग़लती करूंगा.
अपनों से कोई दूरी नहीं होती और आत्मीयता सारे बंधन तोड़ देती है।
आज राजस्थान की वीर धरा पर ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब श्री @RahulGandhi जी ने बुजुर्गों और महिला शक्ति से मुलाकात की।#RahulGandhiWithFarmers pic.twitter.com/wTX5tSpKzl
— Congress (@INCIndia) February 13, 2021