कोरोना के चलते बंद पड़े स्कूलों को एक बार फिर खोलने की शुरुआत हो गई है. दिल्ली सरकार ने 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए 18 जनवरी से स्कूलों को खोलने की इजाजत दी है. सरकार के आदेश के मुताबिक प्री-बोर्ड एग्जाम की तैयारियों और प्रैक्टिकल क्लास को चलाने के लिए दिल्ली के सरकारी और ग़ैर-सरकारी स्कूल 10वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों को बुला सकेंगे.
दिल्ली में CBSE बोर्ड परीक्षाओं व प्रैक्टिकल के मद्देनज़र 10वीं और 12 वीं क्लास के लिए 18 जनवरी से प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, काउंसिलिंग आदि के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी जा रही है. अभिभावकों की सहमति से ही बच्चों को बुलाया जा सकेगा. बच्चों को आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा.
— Manish Sisodia (@msisodia) January 13, 2021
हालांकि, अभिभावकों की सहमति के बाद ही छात्रों को स्कूल आने की इजाजत दी जाएगी यानी बच्चों को स्कूल भेजना है या नहीं यह अभिभावकों पर ही निर्भर करेगा. स्कूलों में सरकार की ओर से जारी कोविड-19 से संबंधित सभी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर का सख्ती से पालन करना जरूरी होगा.
While the records of children coming to school be maintained, the same should not be used for attendance purpose as sending the child to school is completely optional for parents: Government of Delhi. https://t.co/syL5N55Pf9
— ANI (@ANI) January 13, 2021
दिल्ली सरकार ने कहा है कि स्कूल आने वाले बच्चों का रिकॉर्ड रखा जाएगा और इसका इस्तेमाल हाजिरी यानी अटेंडेंस के मक़सद से नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि बच्चे को स्कूल भेजना या न भेजना पूरी तरह से अभिभावकों की इच्छा पर निर्भर करता है.