रोज़गार के मुद्दे पर सरकार पूरी तरह से विफल है लेकिन विपक्ष भी आशाओं पर खरा नहीं उतर रहा है. ये आंदोलन ट्विटर से लेकर सड़क पर चल रहा है- अनुपम, संयोजक, युवा हल्ला बोल
देश में बीते कई दिनों से रोज़गार का मुद्दा बड़ा सवाल बना हुआ है. पिछले दिनों लगातार युवाओं ने रोज़गार की मांग की और अपना असंतोष ज़ाहिए किया. इसी क्रम में आज भी ट्विटर पर #StudentsWantJobs टॉप ट्रेंड कर रहा है.
Most obvious demand today is #StudentsWantJobs and the most obvious decision is #NoVoteToBJP
Both are trending in Top 2!
— अनुपम | Anupam (@AnupamConnects) March 12, 2021
रोज़गार के मुद्दे पर लगातार आवाज़ उठाने वाले संगठन युवा हल्ला बोल के संयोजक अनुपम ने अनरिपोर्टेड इंडिया से बातचीत में कहा कि ‘पिछले कई दिनों से जो मुहिम चल रहा है उससे स्पष्ट हो गया है कि इस समय रोजगार सबसे बड़ा और गंभीर मुद्दा है. इसको लेकर देशभर में सरकार से तरह- तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं कि बेरोजगारी को कैसे दूर किया जाएगा और इस पर सरकार कितनी गंभीर है. सरकार के अपने जो वादे थे उस पर कितनी गंभीर है. जो 24 लाख से ज़्यादा सरकारी पद खाली पड़े हैं इनकों भरने की क्या योजना है? और जितनी भी सरकार भर्तियां प्रक्रियारत हैं उनके समय पर भरने की क्या योजना है?’
अनुपम ने कहा कि ‘इन सब मुद्दों पर हम देशभर में युवाओं का विरोध देख रहे हैं. कभी केंद्र सरकार से तो कभी राज्यों की सरकार से युवा इसी तरह सवाल करते हैं. जब हम सरकार से सवाल पूछते हैं तो सरकार उन मुद्दों को हल करने की बजाय झूठ फैलाने लगती है. उत्तर प्रदेश सरकार ऐसा ही कुछ न कुछ कर रही है. कभी संक्षिप्त उपलब्धिया बताकर रिपोर्ट जारी की जाती है, कभी कोई फर्जी वीडियो जारी किया जाता है तो कभी कोई पोस्टर जारी करके हेडलाइन्स मैनेजमेंट और मीडिया मैनेजमेंट या एक तरह से प्रोपोगैंडा मैनेजमेंट हो रहा है. सरकार रोज़गार की जगह सिर्फ़ प्रचार दे रही है और प्रचार भी झूठा.’
इसके साथ ही बेरोजगारी के मुद्दे पर दिल्ली में NSUI ने भी प्रदर्शन किया. NSUI ने दिल्ली में छात्र अधिकार मार्च ( #ChhatraAdhikarMarch ) के तहत संसद घेराव कर प्रदर्शन किया. जिसमें कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए.
दिक्क़ते बहुत आयेंगी तकलीफों को मिटाने में,
संघर्ष लगेगा हर मुश्किलों को उठाने में#StudentsWantJobs pic.twitter.com/6TAuumXHnn— NSUI (@nsui) March 12, 2021
इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के मुताबिक़ पुलिस ने NSUI कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया.
NSUI के संसद घेराव में निहत्थे छात्रों पर दिल्ली पुलिस का बर्बर लाठीचार्ज गवाह है मोदी सरकार की उस छात्र विरोधी सोच का
जिसकी वजह से आज देश के अधिकांश युवा बेरोजगार है,@Neerajkundan के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी छात्रों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ pic.twitter.com/wuoSfflWEv
— Srinivas B V (@srinivasiyc) March 12, 2021
वहीं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी रोज़गार के मुद्दे पर ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि #StudentsWantJobs लेकिन सरकार दे रही है- पुलिस के डंडे, वॉटर गन की बौछार, एंटी नैशनल का टैग और बेरोज़गारी.
#StudentsWantJobs
लेकिन सरकार दे रही है-
पुलिस के डंडे
वॉटर गन की बौछार
एंटी नैशनल का टैग
और बेरोज़गारी।— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 12, 2021
वहीं प्रियंका गांधी ने हर साल 2 करोड़ रोज़गार के सरकार के वादे पर सवाल उठाए.
हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार का वादा करने वाली भाजपा सरकार में रोजगार की स्थिति
बेरोजगारी पिछले 45 साल के चरम पर 28 लाख सरकारी नौकरियों के पद खाली भर्तियों, इम्तिहान, परिणाम और ज्वाइनिंग का नामोनिशान नहीं झूठे वादे नहीं #StudentsWantJobs
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 12, 2021
रोज़गार का मुद्दा क्या विपक्ष ठीक तरीके से उठा रहा है? इस सवाल के जवाब में अनुपम ने कहा कि ‘यह तो स्पष्ट है कि देश में रोज़गार के सवाल पर सत्ताधारी दल पूरी तरह से असफल हो गई है. लेकिन विपक्षी दल भी युवाओं की आकांक्षा और असंतोष को स्वर नहीं दे पाई है. हम लोग जो मुहिम चलाते हैं उससे वो अलग होंगे तो सवाल उठेंगे इसलिए वो भी ट्वीट कर देते हैं. ये ठीक है कि वो ट्वीट कर रहे हैं लेकिन वो अपना काम ठीक से नहीं कर पाए हैं. जो काम उन्हें करना चाहिए वो युवाओं को करना पड़ रहा है.’
ट्विटर पर लगातार उठाए जा रहे रोज़गार के मुद्दे पर सरकार कितनी गंभीर होगी यह नहीं कहा जा सकता. लेकिन सिर्फ़ ट्विटर पर ही नहीं बल्कि सड़क पर भी युवाओं का प्रदर्शन जारी है.
अनुपम बताते हैं कि ‘जब यह मुद्दा ट्विटर पर ट्रेंड होता है तब सबकी निगाह इस पर चली जाती है. लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि रोजगार के मुद्दे पर सड़क पर भी प्रदर्शन हो रहे हैं. राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार में शिक्षक अभियर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में प्रदर्शन हुआ तो 103 युवाओं पर मुक़दमें दर्ज कर दिए, लखनऊ में यूपीएससी के अभियर्थी प्रदर्शन कर रहे थे तो उन्हें जबरन हटा दिया गया. युवा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है.’
इससे पहले भी ट्विटर पर मोदी रोज़गार दो जैसे कैंपेन युवा चला चुके हैं. जिस पर लाखों ट्वीट किए गए.