कोरोना महमारी के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने कृषि उपज की सरकारी खरीद और सीजन 2021-22 के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोत्तरी को मंज़ूरी दे दी है.इस बीच धान, तिल, बाजरा समेत सभी फसलों की MSP में इजाफा किया गया है.
सरकार के इस फैसले के बाद धान (Paddy) का न्यूनतम समर्थन मूल्य पिछले साल के ₹1868 प्रति क्विंटल से 72 रुपये बढ़ाकर साल 2021-22 के लिए ₹1940 प्रति क्विंटल हो गया है.
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने कृषि उपज की सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को दी स्वीकृति…@AgriGoI pic.twitter.com/o8gg6U3RZz
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) June 9, 2021
सरकार की तरफ से तिल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में सबसे ज्यादा तिल पर ₹452 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. बीते साल तिल की MSP 6855 प्रति क्विंटल थी जो अब सरकार के ऐलान के बाद से बढ़ाकर ₹7307 प्रति क्विंटल हो गई है. जबकि तुअर और उड़द दाल के भाव में अब किसान को ₹300 प्रति क्विंटल का फायदा होगा. उड़द और तूअर की कीमत 6000 से बढ़कर 6300 रुपये रुपये प्रति क्विंटल हो गई है.
इसके अलावा बाजरा की MSP ₹2150 प्रति क्विंटल से बढ़ाकर ₹2250 प्रति क्विंटल की गई है. कपास 211 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 5517 से बढ़ बढ़कर अब 5726 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है.
किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मोदी सरकार का एक और महत्वपूर्ण निर्णय।
खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए विभिन्न खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की घोषणा। pic.twitter.com/eln20Buelh
— BJP (@BJP4India) June 9, 2021
सरकार का ये फ़ैसला ऐसे वक़्त पर आया है जब किसान कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ 26 नवंबर 2020 से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं. इससे पहले सरकार ने बीते साल भी जून के महीने में खरीफ की फसलों की MSP को बढ़ाया था और इस साल भी इसमें बढ़ोतरी की गई है. हमारे देश में खरीफ की फसलें जून-जुलाई में बोई जाती हैं जबकि सितंबर-अक्टूबर में इनकी कटाई होती है.