उत्तर प्रदेश के आगरा में एक हॉस्पिटल के मालिक का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो ये कहते सुने जा रहे हैं कि उन्होंने 26-27 अप्रैल की रात अपने अस्पताल में 5 मिनट के लिए मॉक ड्रिल के तौर पर ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी थी.
मामला आगरा के पारस अस्पताल का बताया जा रहा है. जहां उसी रात ऑक्सीजन की कमी से 22 मरीज़ों की मौत की ख़बर आई थी. मरने वाले के घरवालों ने तब भी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया था लेकिन अस्पताल, पुलिस और प्रशासन ने इसे ख़ारिज किया था.
क़रीब डेढ़ महीने बाद अस्पताल का यह वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मचा हुआ है. कथित वीडियो में अस्पताल के मालिक पांच मिनट तक ऑक्सीजन सप्लाई रोकने को ‘मॉक ड्रिल’ बता रहे हैं. वीडियो में सुना जा सकता है कि अस्पताल मालिक ने ऐसा करने के पीछे उन मरीजों की पहचान करने को वजह बताया, जिनकी बिना ऑक्सीजन के मौत हो सकती है.
PM: “मैंने ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी”
CM: "ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं। कमी की अफवाह फैलाने वालों की संपत्ति जब्त होगी।"
मंत्री: “मरीजों को जरूरत भर ऑक्सीजन दें। ज्यादा ऑक्सीजन न दें।”
आगरा अस्पताल: "ऑक्सीजन खत्म थी। 22 मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके मॉकड्रिल की।"
ज़िम्मेदार कौन? pic.twitter.com/DbiqtILE27
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 8, 2021
वीडियों में क्या है?
यूआरआई (URI) वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकता. इस वीडियो में अस्पताल के संचालक डॉक्टर अरिंजय जैन घटना के बारे में बता रहे हैं.
वो वीडियो कहते सुने जा रहे हैं, “ऑक्सीजन की भारी कमी थी. हमने लोगों से कहा कि वो अपने मरीज़ों को ले जाएं लेकिन कोई इसके लिए राज़ी नहीं हुआ. इसलिए मैंने एक प्रयोग किया, एक मॉक ड्रिल की तरह का. 26 अप्रैल की सुबह 7 बजे हमने ऑक्सीजन सप्लाई रोक दी. 22 मरीज़ हांफने लगे और उनका शरीर नीला पड़ने लगा. तो हम जान गए कि ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने पर यह नहीं बच पाएंगे. इसके बाद हमने आईसीयू में बचे बाकी 74 मरीज़ों के परिजनों को अपना ऑक्सीजन सिलेंडर लाने के लिए कहा.” वीडियो में ही एक शख़्स कहता है कि ‘22 लोग मर गए.’
बताया जा रहा है कि इस अस्पताल में ‘मॉक ड्रिल’ 26 अप्रैल की सुबह सात बजे की गई थी. उस वक़्त इस अस्पताल में 96 कोविड मरीज़ भर्ती थे और ‘मॉक ड्रिल’ के बाद केवल 74 मरीज़ ज़िंदा बचे.
डॉ. अरिंजय जैन के चार वीडियो वायरल हुए हैं. हालांकि स्थानीय मीडिया से बातचीत में उन्होंने वीडियो को तोड़-मरोड़कर वायरल करने का आरोप लगाया है.
इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा है कि पारस अस्पताल में ऑक्सीजन मुहैया कराने को लेकर शिकायतें मिली हैं और इस मामले में जांच जारी है, जांच पूरी होने के बाद ही इस पर कुछ कहा जाएगा.
भाजपा शासन में ऑक्सीजन व मानवता दोनों की भारी कमी है।
इस ख़तरनाक अपराध के ज़िम्मेदार सभी लोगों के ख़िलाफ़ तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए।दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिवारजनों को मेरी संवेदनाएँ। pic.twitter.com/CYoBB0mJWe
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 8, 2021
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है.